रांची। भारी अभियंत्रण निगम (एचईसी) निजीकरण के विरोध में एचईसी में कार्यरत सभी श्रमिक संगठन एकजुट होकर संघर्ष करने का ऐलान किया है, वहीं सत्तारुढ़ भाजपा के सांसदों ने भी एचईसी के पुनरुद्धार के मुद्दे को लेकर जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने का निर्णय लिया है।
रांची के भाजपा सांसद रामटहल चौधरी के लिए एचईसी का मुद्दा राजनीतिक रुप से अहम बन गया है, वहीं यह विषय सत्तारुढ़ भाजपा सांसदों के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यदि नीति आयोग की सिफारिश को आधार मान कर एचईसी का निजीकरण किया जाता है, तो इससे भाजपा को आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में राजनीतिक रुप से भी नुकसान उठाना पड़ता सकता है, यही कारण है कि जैसे ही केंद्रीय उद्योग मंत्री से सांसद रामटहल चौधरी को एचईसी के निजीकरण का संकेत मिला, उन्होंने तुरंत पार्टी के अन्य सांसदों से मिलकर एक ज्ञापन प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपा। इन भाजपा सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश यात्रा के पहले उनसे मुलाकात के लिए समय भी मांगा था, लेकिन व्यस्तता के कारण भाजपा सांसदों की उनसे बात नहीं हो सकी।
इधर, एचईसी का निजीकरण रोकने के लिए कंपनी की छह यूनियन एक मंच पर आ गयी है। इसका नाम एचईसी बचाओ मंच दिया गया। इस मंच की 14फरवरी को एचईसी मुख्यालय में पहली सभा होगी। मंच में हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन, हटिया कामगार यूनियन, हटिया मजदूर यूनियन, हटिया लोक मंच, एचईसी श्रमिक कर्मचारी यूनियन और जनता मजदूर यूनियन शामिल है।
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पटना | ‘जम्मू के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ।’ यह भ्रामक व फर्जी खबर छापे जाने के विरोध में समाचारपत्र द्वारा यहां शनिवार से शुरू साहित्य महोत्सव ‘बिहारी संवादी’ का कई नामचीन कवियों, लेखकों, रंगमंच के कलाकारों और पत्रकारों ने बहिष्कार किया। उन्होंने अपने साथी लेखकों से अपील की है कि वे इस दो दिवसीय आयोजन में भाग न लें।
पटना स्थित साहित्यिक संगठन जन संस्कृति मंच ने लोगों से इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की अपील की है।
हिंदी कवि और लेखक तथा जनसंस्कृति मंच के संयोजक राजेश कमल ने कहा, “हमारे आह्वान का जवाब अपेक्षा से अधिक मिला है।”
जानेमाने हिंदी कवि आलोक धन्वा ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया है। उनके अलावा हिंदी कवि और लेखक संजय कुंदन ने भी इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया। उन्होंने कहा, “मैं अखबार द्वारा प्रकाशित फर्जी खबर को लेकर विरोध प्रकट करने के लिए बिहारी संवादी में भाग नहीं ले रहा हूं।”
हिंदी कवि और पत्रकार निवेदिता शकील ने कहा कि यह चौंकाने वाला था कि एक समाचारपत्र, जिसने कठुआ दुष्कर्म के मामले को गलत साबित करने के लिए एक फर्जी खबर प्रकाशित की थी और वह यहां इस तरह एक साहित्यिक त्योहार आयोजित कर रहा है। “मैंने इसका बहिष्कार करने का फैसला किया है।”
दैनिक जागरण का हालांकि कहना है कि किसी ने बहिष्कार नहीं किया, उसके आयोजन का पहला दिन सफल रहा।
–आईएएनएस
जमशेदपुर। जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक सह झारखंड सरकार के मंत्री सरयू राय के विधायक निधि से लगभग 25 लाख की लागत से निर्माण होने वाले कदमा के 5 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। विधायक प्रतिनिधि चितरंजन वर्मा के द्वारा शिलान्यास किया गया।
इन योजनाओं में शास्त्रीनगर, ब्लॉक नं. 3 में सड़क का निर्माण, रामजनमनगर, शिव मंदिर के सामने डाऊन रोड में और गोस्वामी पथ बजरंग बली मंदिर के पीछे नाली का निर्माण तथा शास्त्रीनगर ब्लॉक नं. 4, बैल बाबा मंदिर के सामने और रामजनम नगर, जाकिर भट्टा में शौचालय का निर्माण होना शामिल है।
जमशेदपुर : सरकारी स्कूल के बच्चों का मानसिक व बौद्धिक स्तर का सर्वे
इस अवसर पर मुख्य रूप से कदमा के मंडल अध्यक्ष दीपु सिंह, कदमा के विधायक प्रतिनिधि अजय झा, महामंत्री मनीष पाण्डेय, टी डी गांगुली, वर्मा प्रसाद, विजेन्द्र, लाली दिक्षीत, राजेश्वर साहु, रूद्र प्रताप पाण्डेय, शंकर राव, धरम सिंह, सुभाष सिंह, रोशनी देवी, संतोष शर्मा, देवी प्रसाद, संजय सिंह, रंजन सिंह, दिनेश पाण्डेय, मुन्ना जायसवाल, अशोक कुमार, रितेश कुमार के साथ ही भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एवं बस्तीवासी उपस्थित थे।
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गढ़वा। झारखंड के पलामू में टीकाकरण के बाद हुई 4 बच्चों की मौत के बाद गढ़वा में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गढ़वा जिले के रंका प्रखंड में शुक्रवार की सुबह 9 बजे बच्चे को टीका लगाया गया था।
घर जाने के बाद एक दिन पहले जन्मे बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी। शनिवार की सुबह 8 बजे परिजन बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पलामू : टीकाकरण के बाद हुई बच्चों की मौत मामले में जांच टीम पहुंची
परिजनों का आरोप है कि टीकाकरण में लापरवाही के कारण उनके बच्चे की जान गयी है। वहीं, अस्पताल के डॉक्टर और एएनएम का कहना है कि उनकी वजह से बच्चे की मौत नहीं हुई है।
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